प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी आयुष्मान भारत राष्ट्रीय स्वास्थ्य सुरक्षा मिशन का शुभारंभ किया। इस योजना के द्वारा 10 करोड़ से ज्यादा परिवारों को लगभग 50 करोड़ लोगों को 5 लाख रूपये का मुफ्त इलाज मिल सकेगा। तो जानते है योजना से जुडी खास बाते,
योजना में लाभार्थी का चयन कैसे होता है ?
इस योजना के तहत 10 करोड़ पात्र परिवारों का चयन 2011 की जनगणना के आधार पर किएगया है।
आधार नंबर से परिवारों की सूची तैयार किया जा चुका है।
और पात्र परिवारों की लिस्ट जरी पहले ही जरी कर दिया गया है सुविधा का लाभ मिलेगा।
इस योजना का लाभ लेने के लिए किसी पहचान पत्र की जरूरत नहीं होगी।
कैसे पता चलेगा आप आपका आपका रजिस्ट्रेशन हो गया?
वर्ष 2011 की जनगणना में गरीबी रेखा से नीचे के लोगों को इसमें जगह मिलेगी। योजना में आपका नाम है या नहीं यह आप Mera.pm.jay.gov.in पर जा कर आप स्वयं चेक कर सकते है ।
सबसे पहले आप इस वेबसाइट पर जाए। यहां पर होम पेज पर एक बॉक्स मिलेगा।
इसमें अपना वर्तमान मोबाइल नंबर डाले। उस पर ओटीपी आएगा।
उसे डालने के बाद आप अपना स्टेट सलेक्ट कर लें फिर आप अपना राशन कार्ड अतवा मोबाइल नंबर अथवा नाम से सर्च कार सकते है
इसके अलावा आप टोल फ्री नंबर 14555 पर कॉल कर यह पता कर सकते हैं
कि आपका नाम इस योजना में जुड़ा है या नहीं।
लोग पास के अस्पतालों में जाकर आयुष्मान मित्र से भी यह पता कर सकते हैं कि उनको इस योजना का लाभ मिलेगा या नहीं।
अस्पताल में कैसे मिलेगा लाभ पूरा प्रोसेस
मरीज को अस्पताल में भर्ती होने के बाद अपना आयुष्मान कार्ड जिसे गोल्डन कार्ड भी बोलते है देना होगा इसके आधार पर अस्पताल इलाज के खर्च के बारे में बीमा कंपनी को सूचित कर देगा और आप का इलाज स्टार्ट कर दिया जाएग और बीमित व्यक्ति के दस्तावेजों की पुष्टि होते ही इलाज बिना पैसे दिए हो सकेगा।
इस योजना के तहत बीमित व्यक्ति सिर्फ सरकारी ही नहीं बल्कि निजी अस्पतालों में भी अपना इलाज करवा सकेगा।
और इलाज में आने वाले खढ़ जिससे डॉक्टर परमर्स शुल्क दवाइयों के खर्चे आनेजाने के खर्चे भी जुद्वाये जा सकते है।
आप किसी भी मेडिकल स्टोर से अपना कार्ड दिखा कर आवश्यक दवाई भी ले सकते है,
निजी अस्पतालों को काफी मात्र में जोड़ने का काम शुरू हो चुका है।
इसका यह लाभ भी मिलेगा कि सरकारी अस्पतालों में अब भीड़ कम होगी।
और इलाज भी बेहतर ढंग ससे होगा सरकार इस योजना के तहत देशभर में डेढ़ लाख से ज्यादा हेल्थ और वेलनेस सेंटर और csc सेंटर खोलेगी जोकि आवश्यक दवाएं और जांच सेवाएं निःशुल्क मुहैया जाएंगे।
क्या बिना आधार के मिल पाएगा लाभ
आयुष्मान भारत योजना के लिए आपको आधार कार्ड की आवश्यकता kyc करने के लिए पड़ती है उसके बाद इलाज के दौरान किसी और दस्तावेज की जरूरत नहीं आती
कार्ड धारक कौनसी बीमारी का इलाज करवा सकेंगे
इस योजना के तहत 1350 बीमारियों में इस्तेमाल कर सकते है जैसे मैटरनल हेल्थ और डिलीवरी की सुविधा, नवजात और बच्चों के स्वास्थ्य, किशोर स्वास्थ्य सुविधा।
कॉन्ट्रासेप्टिव सुविधा और संक्रामक, गैर संक्रामक रोगों के प्रबंधन की सुविधा, आंख, नाक, कान और गले से संबंधित बीमारी के इलाज के लिए अलग से यूनिट होगी।
बुजुर्गों का इलाज भी करवाया जा सकेगा,जिस भी ब्यक्ति का इलाज होना है उसका अलग अलग कार्ड बनेगा और इलाज वो कार्ड बन्ने से पहले अतवा बाद की बीमारी दोनों में इस्तेमाल कर सकता है ।
किन राज्यों में कितने सेंटर
इसके दो कंपोनेंट हैं- पहला 10.74 लाख परिवारों को मुफ्त 5 लाख रुपए का स्वास्थ्य बीमा। दूसरा हेल्थ वेलनेस सेंटर। इसमें देशभर के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अपडेट होंगे।
इन सेंटर्स पर इलाज के साथ मुफ्त दवाइयां भी मिलेंगी। छत्तीसगढ़ में 1000, गुजरात में 1185, राजस्थान में 505, झारखंड में 646, मध्यप्रदेश में 700, महाराष्ट्र में 1450, पंजाब में 800, बिहार में 643, हरियाणा में 255।
योजन की सरकारी वेबसाइट pmjay.gov.in