PPF Vs NPS Introduction :
दोस्तों जैसा कि आप सभी जानते ही हैं PPF और NPS को भारत सरकार द्वारा देश के नागरिकों को रिटायरमेंट के बाद! आर्थिक नियमित्ता देने के लिए शुरू किया गया है ! देश के नागरिकों को PPF और NPS दोनों ही निवेश योजनाओं में यह तय करना मुश्किल हो जाता है! कि इनमें से उनके लिए कौन सी निवेश योजना भविष्य में उनकी जरूरतों के हिसाब से! सही रहेगी जो कि उन्हें लाभ प्रदान कर सके !
देश में PPF और NPS ही सबसे ज्यादा लोकप्रिय इन्वेस्टमेंट प्लान हैं ! जिसमें लोग भविष्य की आर्थिक आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए इन्वेस्टमेंट करते हैं ! भविष्यनिधि योजनाओं में निवेश करना इसलिए भी अच्छा माना जाता है! क्योंकी यह एक उम्र के बाद आपकी जमा पूंजी के रूप में आपको प्राप्त होती रहती है! जिसका उपयोग आप अपनी आर्थिक जरूरतों को पूरा करने के लिए करते हैं!
पीपीएफ और एनपीएस दोनों ही भारत सरकार की निवेश योजनायें हैं फर्क सिर्फ यह है! दोनों योजनायें अलग अलग प्रकार से निवेशकों को फायदा पहुंचाती हैं ! आज की इस पोस्ट में हम आपको देश में सबसे ज्यादा पसंद किये जाने वाले इन्वेस्टमेंट प्लान PPF और NPS के मुख्य अंतर के बारे में बताएँगे! इसलिए पोस्ट को पूरा पढ़ें जिससे कि आप इन दोनों में मुख्या अंतर को! समझ सकें साथ ही साथ! अपने लिए एक बेहतर पेंशन प्लान को चुन सकें!
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PPF और NPS स्कीम में अंतर :
दोनों ही प्लान्स अपनी अपनी जगह काफी बेहतर और शानदार हैं यही कारण है! भारत में लोग PPF और NPS में निवेश करना ज्यादा पसंद करते हैं ! इन्वेस्टमेंट प्लान्स जहाँ भविष्य में आपके लिए फण्ड तैयार करते हैं वहीं इनमें निवेश स्टार्ट करके आप टैक्स बेनिफिट्स का लाभ भी उठा सकते हैं ! लेकिन दोनों ही प्लान्स में कुछ अंतर है जिसे आप इस बात यहाँ बताये जा रहे स्टेप्स के माध्यम से आप्सानी से समझ सकते हैं !
1. रिटर्न :
रिटर्न की बात करें तो रिटर्न के मामले में PPF Account खुलवाने पर आपको सरकार द्वारा एक निश्चित ब्याज! प्रत्येक तिमाही के आधार पर दिया जाता है ! निवेश की दृष्टि से PPF को NPS से ज्यादा सुरक्षित माना जाता है! जबकि NPS में रिटर्न और जोखिम की सीमा PPF से अपेक्षाकृत अधिक होती है!
2. टैक्स बेनिफिट्स :
बात करें अगर टैक्स बेनिफिट्स की तो PPF पर आपको आयकर अधिनियम की धारा 80 C के अंतर्गत! 1.50 लाख तक का टैक्स बेनिफिट्स मिलता है! साथ ही साथ मेच्योरिटी पर आपको मिलने वाला रिटर्न पूरी तरह से टैक्स फ्री रहता है! जबकि NPS में आपको आयकर अधिनियम की धारा 80 C के अंतर्गत 1.50 के अलावा 50 हजार का अतिरिक्त टैक्स! लाभ प्राप्त किया जा सकता है ! लेकिन यहाँ पर आपसे मेच्योरिटी पूरी होने पर रिटर्न पर टैक्स देना पड़ता है!
3. मेच्योरिटी पीरियड :
पीपीएफ अकाउंट में मेच्योरिटी पीरियड 15 साल का होता है और इसे किसी भी उम्र से शुरू किया जा सकता है! उदाहरण के लिए आप अपने नाबालिक बच्चे के नाम पर भी PPF अकाउंट खोल सकते हैं! लेकिन इसके विपरीत एक एनपीएस अकाउंट को आप 18 वर्ष से 65 वर्ष की आयु के मध्य में ही खोल सकते हैं! साथ ही साथ NPS में आपको रिटर्न का 40% एन्योटी रखना अनिवार्य है! यानी कि अवधि पूरी होने पर आप 60% पैसा ही एक मुश्त निकाल सकते हैं! बाकी पैसे की आपको एन्युटी लेनी पड़ती है!
4. सुरक्षा :
सुरक्षा की दृष्टि से PPF आपके लिए बेहतर विकल्प है क्योंकी यहाँ पर आपका पैसा पूरी तरह से सेफ और सुरक्षित रहता है! साथ ही साथ सरकार द्वारा आपको निश्चित रिटर्न की गारंटी भी दी जाती है! लेकिन NPS में आपके द्वारा जमा किये गए पैसे का कुछ हिस्सा शेयर मार्केट में भी लगाया जाता है! इसलिए यहाँ पर रिटर्न की अनिश्चतता देखने को मिलती है! जो कि बाजार की परिस्थितियों और आपके फण्ड मेनेजर पर निर्भर करती है!
5. लिक्विडिटी :
अगर लिक्विडिटी की बात करें तो पीपीएफ और एनपीएस दोनों ही आपको लिक्विडिटी देते हैं! यद्यपि इन दोनों में लिक्विडिटी का स्तर कम है ! अगर पीपीएफ को देखा जाए तो यहाँ पर आप अकाउंट मेच्योरिटी पीरियड कुल 15 वर्षों का होता है ! जिसमें की अकाउंट खोलने के 5 वर्षों के बाद आपको कुछ राशि अकाउंट से निकालने की छूट मिल जाती है! तीन वर्ष की बाद चौथे वित्तीय वर्ष के दौरान आप तीसरे वित्तीय वर्ष के अंत में खाते में उपलब्ध राशि का! 50% हिस्सा निकाल सकते है! इसके अलावा आप पीपीएफ पर लोन की सुविधा भी प्राप्त कर सकते हैं! लोन आपको कुल उपलब्ध राशि का 25% ही मिलता है! साथ ही इस पर आपको 2% अतरिक्त ब्याज चुकाना पड़ता है!
इसी जगह पर एनपीएस अकाउंट 60 वर्ष की आयु में मेच्योर हो जाता है! लेकिन अगर आप चाहें तो इसे 70 वर्ष की आयु तक बढ़ा सकते हैं ! आंशिक निकासी के तौर पर आप NPS अकाउंट खोलने के 3 वर्ष के बाद जमा की गयी कुल धनराशि का 25% हिस्सा निकाल सकते हैं ! प्लान अवधि के दौरान कुल 3 बार पैसा निकासी कर सकते हैं जो कि यह निकासी बच्चों की शादी शिक्षा और गंभीर बीमारियों की स्थिति में ही की जा सकती है!
FAQs About PPF & NPS :
प्रश्न 1. क्या बच्चों का PPF अकाउंट खोला जा सकता है ?
उत्तर. हाँ बच्चों का भी PPF अकाउंट खोला जा सकता है!
प्रश्न 2. क्या नाबालिक के नाम पर NPS अकाउंट खोला जा सकता है ?
उत्तर. नहीं नाबालिक के नाम पर PPF अकाउंट को नहीं खोला जा सकता है यह सुविधा केवल PPF में है!
प्रश्न 3. PPF पर ब्याज दर कितनी है ?
उत्तर. पीपीएफ पर 7.1% की दर से वर्तमान में ब्याज दिया जा रहा है !
प्रश्न 4. SBI PPF Account खोलने के सम्बन्ध में अधिक जानकारी कैसे प्राप्त करें ?
उत्तर. SBI PPF Account खोलने के सम्बन्ध में अधिक जानकारी स्टेट बैंक की! आधिकारिक वेबसाईट-https://sbi.co.in/ से प्राप्त की जा सकती है !
प्रश्न 5. क्या PPF अकाउंट को अन्य राज्य में ट्रांसफ़र कर सकते हैं ?
उत्तर. हाँ PPF अकाउंट को अन्य राज्य में ट्रान्सफर कराया जा सकता है !
प्रश्न 6. क्या PPF एक डेट इंस्ट्रूमेंट है ?
उत्तर. हाँ PPF एक डेट इंस्ट्रूमेंट है क्योंकी इसका पूरा पैसा बांड्स इत्यादि में लगाया जाता है! जो की पैसे की सुरक्षा के लिहाज से काफी अच्छा माना होता है! जिससे कि निवेशक को किसी प्रकार का कोई रिस्क न रहे!
प्रश्न 7. NPS में निवेश किया गया पैसा कहाँ लगाया जाता है ?
उत्तर. NPS यानी कि राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली एक प्रकार से म्यूचुअल फंड्स इन्वेस्टमेंट की ही तरह है ! क्योंकी यहाँ पर आपका पैसा इक्विटी शेयर्स इत्यादि में लगाया जाता है!