Model Code Of Conduct Introduction :
दोस्तों भारत एक लोकतांत्रिक गणराज्य है जहाँ पर चुनाव (इलेक्शन) के द्वारा जनता अपना प्रतिनिधि चुनती है ! चुनाव को निष्पक्षता एवं पारदर्शिता देने के लिए निर्वाचन चुनाव आयोग का गठन किया गया है! जो की देश में चुनाव आने पर चुनाव सम्बन्धी अधिसूचनाएं जारी करता है ! इसके साथ ही साथ निर्वाचन चुनाव आयोग द्वारा आदर्श चुनाव को लेकर कुछ नियम एवं प्रावधान बनाये गए हैं! जिन नियमों का पालन सभी राजनैतिक पार्टियों को करना होता है! इसे ही Model Code Of Conduct यानी कि आदर्श आचार संहिता कहा जाता है !
लोकतंत्र को मजबूती प्रदान करने के लिए चुनाव को निष्पक्षता एवं पारदर्शिता प्रदान करना बेहद जरुरी हो जाता है! जिससे कि लोगों का विश्वास लोकतंत्र पर बना रहे इसे लेकर ही निर्वाचन चुनाव आयोग द्वारा कुछ नियम बनाए गए हैं! जिन्हें कोड ऑफ़ कंडक्ट यानी कि आदर्श चुनाव आचार संहिता कहा गया है !
आज की इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको मॉडल कोड ऑफ़ कंडक्ट के सम्बन्ध में पूरी जानकारी और इससे जुड़े नियमों की पूरी जानकारी प्रदान करेंगे !आप पोस्ट को पूरा पढ़ें जिससे कि आप भी आदर्श आचार संहिता और इससे जुड़े नियमों को समझ सकें !
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निष्पक्ष चुनाव कराने में हमारा साथ दें, बनें सतर्क व जागरूक मतदाता। cVIGIL App डाउनलोड करके चुनाव के दौरान आदर्श आचार संहिता के किसी भी उल्लंघन की जानकारी दें।
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आचार संहिता से जुड़े नियम क्या हैं ?
Election Commission Of India निर्वाचन चुनाव आयोग द्वारा! आधिकारिक रूप से चुनाव की तारीखों की घोषणा! किये जाने के बाद आचार संहिता को लागू कर दिया जाता है! और इसी के साथ लागू हो जाते हैं आचार संहिता से जुड़े नियम और कानून ! आदर्श चुनाव आचार संहिता के प्रभाव में लगते ही सभी सरकारी मशीनरी एक तरह से निर्वाचन चुनाव आयोग! के नियंत्रण में आ जाती है जिनके उपयोग की इजाज़त राजनैतिक दलों को नहीं होती है!
अगर कोई राजनैतिक दल अथवा उसके समर्थकों कार्यकर्ताओं द्वारा आचार संहिता! के नियमों की अवहेलना! की जाती है तो उसके खिलाफ दंडात्मक कार्यवाही का प्रावधान! निर्वाहन चुनाव आयोग द्वारा किया जाता है आचार संहिता से जुड़े नियम निम्नलिखित हैं –
आदर्श आचार संहिता के नियम और पाबदियाँ :
- आदर्श आचार संहिता लगते ही देश और प्रदेश में सार्वजनिक उद्घाटन और शिलान्यास पर प्रतिबन्ध निर्वाचन चुनाव आयोग द्वारा लगा दिया जाता है !
- किसी भी नए काम या योजना स्वीकृति पर रोक लगा डी जाती है! यानी की चुनाव के दौरान किसी भी नयी योजना को नहीं लाया जा सकता है!
- मौजूदा सरकार द्वारा अपनी उपलब्धियों के होर्डिंग्स और बैनर नहीं लगाये जा सकते हैं !
- चुनाव के दौरान सरकारी मशीनरी चुनाव आयोग के अधीन हो जाती है और सरकारी वाहनों से सायरन! इत्यादि को निकाल दिया जाता है !
- सरकारी भवनों में पीएम, सीएम, मंत्री, राजनीतिक व्यक्तियों की तस्वीरों पर होती है मनाही!
- सरकार अपनी उपलब्धियों के विज्ञापन मीडिया में नहीं नहीं दिए जा सकते हैं !
- चुनाव के दौरान रिश्वत लेना या देना अपराध माना जाएगा जिसके अंतर्गत सख्त दंडात्मक कार्यवाही की जायेगी !
- धर्म और जाति पर आधारित किसी भी प्रकार की टिप्पड़ी नहीं की जायेगी! जिससे कि किसी प्रकार की कोई हिंसा हो सजे अथवा दंगें भड़क सकें! ऐसा करने पर दंडात्मक कार्यवाही चुनाव आयोग द्वारा! राजनेताओं और कार्यकर्ताओं के खिलाफ जाने का प्रावधान है !
आदर्श आचार संहिता के नियम और पाबदियाँ :
- जाती अथवा धर्म के नाम पर लोगों की धार्मिक भावनाओं को भड़काकर वोट नहीं मांगे जा सकते हैं! न ही धार्मिक स्थलों से जनसभाए की जायेंगी !
- कोई भी सियासी दल या उम्मीदवार मतदाताओं को घूस नहीं दे सकता! यदि मतदाता घूस लेते पकड़ा गया तो भी यह अपराध माना जाएगा!
- मतदाताओं को डराना-धमकाना भी होता है अपराध!
- मतदान केंद्रों से 100 मीटर की दूरी में चुनाव प्रचार करने पर होती है मनाही!
- वोटिंग समाप्त होने के 48 घंटों से पहले ही सार्वजनिक सभाएं आयोजित करने पर होती है मनाही!
- वोटर्स को मतदान केन्द्रों तक ले जाने और वापस लाने के लिए परिवहन और वाहन उपलब्ध कराना भी है अपराध!
- कोई भी राजनैतिक दल या उम्मीदवार अपने कार्यकर्ताओं को किसी भी व्यक्ति की अनुमति के बिना! उसकी भूमि, भवन, परिसर की दीवारों इत्यादि पर झंडा लगाने, बैनर लटकाने, सूचना चिपकाने!, नारा लिखने इत्यादि की अनुमति नहीं देगा!
- किसी दल के कार्यकर्ता अन्य दल के कार्यकर्ताओं द्वारा लगाए गए पोस्टर नहीं हटा सकते!
नोट – निष्पक्ष चुनाव कराने में निर्वाचन चुनाव आयोग का साथ दें, सतर्क बनें व जागरूक मतदाता! cVIGIL App डाउनलोड करके चुनाव के दौरान आदर्श आचार संहिता के किसी भी उल्लंघन की जानकारी दें पोस्ट के माध्यम से दें!
cVIGIL APP क्या है ?
चुनाव आयोग : cVIGIL एक मोबाइल एप्लीकेशन है जिसे निर्वाचन चुनाव आयोग द्वारा जारी किया गया है ! अक्सर चुनाव के समय आचार संहिता की धज्जियाँ नेताओं और उनके कार्यकर्ताओं अनुयाइयों द्वारा उडाई जाती हैं! जिससे कि दंगे भड़कने की स्थिति भी पैदा हो जाती है !
इसके अलावा नेताओं द्वारा शराब और पैसे देकर वोट मांगे जाते हैं साथ ही साथ! धार्मिक आस्था को आघात पहुचाने और भड़काऊ बयान भी जारी किये जाते हैं! कई जगहों पर गलत तरह से वोटिंग कराने के आरोप भी शुरू से लगते ही रहे हैं! इस कमी को दूर करने के लिए नागरिकों की सुविधा और निष्पक्ष चुनाव में अपना योगदान! देने के लिए cvigil app को बनाया गया है! google प्ले स्टोर से आप इस एप को डाउनलोड कर सकते हैं !
यदि कोई नागरिक अपने आस पास अथवा अपने क्षेत्र में चुनाव के दौरान इन सभी गतिविधियों को देखता है! तो वह इस एप की सहायता से विडियो बनाकर फोटो खीच कर! इसकी जानकारी चुनाव आयोग को दे सकता है! जिससे की चुनाव आयोग द्वारा तत्काल रूप से उस विषय को संज्ञान में लेकर! दोषी नेताओं और कार्यकर्ताओं के खिलाफ दंडात्मक कायवाही की जा सके !
Download cVIGIL App – Click Here
FAQs About Model Code Of Conduct :
प्रश्न 1. Model Code Of Conduct आचार संहिता पूरे देश को पूरे देश में कब लगाया जाता है ?
उत्तर. लोक सभा चुनाओं के दौरान निर्वाचन चुनाव आयोग द्वारा आचार संहिता! पूरे देश के अन्दर लगाया जाता है !
प्रश्न 2. राज्यों में Model Code Of Conduct आचार संहिता को कब लगाया जाता है ?
उत्तर. विधानसभा चुनावों के दौरान चुनाव आयोग द्वारा आचार संहिता को सम्बंधित राज्य जहाँ चुनाव होने हैं! वहां पर लगाया जाता है !
प्रश्न 3. इस समय किन राज्यों में आचार संहिता लगाई गयी है ?
उत्तर. वर्तमान में 5 राज्यों उत्तरप्रेदश पंजाब उत्तराखंड गोवा मणिपुर में विधानसभा चुनाव होने हैं! और इस समय इन राज्यों में आचार संहिता लगी हुई है !
प्रश्न 4. क्या जनता और किसी राजनैतिक पार्टी के सामान्य कार्यकर्ता को भी आचार संहिता के नियमों का पालन करना जरुरी है ?
उत्तर. हाँ ऐसा न करने की दशा में दंडात्मक कार्यवाही का प्रावधान है !
प्रश्न 5. आचार संहिता लगने पर क्या कोई नेता जुलुस के साथ अपना नामांकन दाखिल करने जा सकता है !
उत्तर. नहीं सिर्फ तीन लोगों की अनुमति नामांकन दाख़िल के लिए चुनाव आयोग और रिटर्निंग अफसर द्वारा दी जाती है !