EPF & PPF Investment : नौकरीपेशा व्यक्ति की सैलरी का वह हिस्सा जो कि वह हर महीने प्रोविडेंट फंड में जमा करना चाहता है वह हिस्सा उसके EPF यानी कि Employees Provident Funds में जमा होता रहता है! कंपनी भी उस फंड में पैसा जमा करती है! इंप्लॉयी प्रोविडेंट फंड निवेश का सबसे बढ़िया और बेहतरीन माध्यम है! कर्मचारियों के लिए शुरू किया गया और कर्मचारियों पर केन्द्रित ईपीएफ एक रिटायरमेंट बेनिफिट प्रोग्राम है!
मगर जो लोग नौकरी नहीं करते हैं उनके भविष्य की वित्तीय आवश्यकताओं को देखते हुए और उनकी वित्तीय आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए साथ ही साथ ऐसे लोगों को के लिए भविष्यनिधि इन्वेस्टमेंट प्लान में निवेश का अवसर देने के सरकार द्वारा लोक निर्माण भविष्य निधि यानी कि पब्लिक प्रोविडेंट फंड Public Provident Funds बनाया गया है!PPF और EPF दोनों में निवेश पर आपको कोई टैक्स नहीं देना पड़ता हैं और इन दोनों में लंबी अवधि के लिए किया गया निवेश काफी ज्यादा फायदेमंद होता है!
ऐसे में आज हम आपको इस पोस्ट के माध्यम से बताएँगे कि क्यों आपको ईपीएफ और पीपीएफ इन दोनों में निवेश करना चाहिए और इसमें निवेश करने से आपको क्या क्या लाभ देखने को मिलेंगे! ध्यान दें EPF सिर्फ नौकरीपेशा व्यक्ति को ही निवेश करने की सुविधा डेटा है जबकि PPF में कोई भी निवेश शुरू कर सकता है! वर्तमान में EPF पर ब्याज दर 8.5 फीसदी है जबकि PPF पर वर्तमान में 7.10 % की दर से ब्याज दिया जाता है!
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Point wise Benefits Of Investing In PPF & EPF :
इन्वेस्टमेंट पर कोई टैक्स देय नहीं :
ईपीएफ और पीपीएफ दोनों में निवेश पर कोई टैक्स नहीं लगता है! यह ईईई (Exempt-Exempt-Exempt) कैटेगरी के तहत आता है! इसके अंतर्गत पैसा लगाने पर टैक्स डिडक्शन का आपको पूरा लाभ मिलता है! ब्याज से प्राप्त आय भी पूरी तरह टैक्स फ्री होती है! जबकि मैच्योरिटी और निकासी पर भी किसी तरह के टैक्स का भुगतान नहीं करना पड़ता है! अगर देखा ऐसे में रिटायरमेंट और लॉन्ग टर्म निवेश के लिए दोनों शानदार स्कीम हैं!
2.5 लाख से ज्यादा निवेश करने पर देना पड़ता है टैक्स :
सरकार द्वारा बजट 2021 की घोषणा के दौरान कहा गया था कि EPF में 2.5 लाख तक निवेश करने पर ब्याज से हुई कमाई को पूरी तरह से टैक्स फ्री रखा जाएगा! और इसके अलावा अगर आप 2.5 लाख से ज्यादा निवेश करते हैं तो 2.5 लाख से ज्यादा निवेश करने पर ब्याज से हुई कमाई पर आपको इनकम टैक्स देना होगा! 2.5 लाख की लिमिट के अंतर्गत टैक्स बेनिफिट देने में EPF, VPF और PPF तीनों शामिल है! ईपीएफ या पीपीएफ में निवेश पर इनकम टैक्स के सेक्शन 80सी के तहत डिडक्शन का लाभ मिलता है जिसकी लिमिट 1.5 लाख रुपये है!
सेल्फ इंप्लॉयड/बिज़नेसमैन के लिए बेहतर पीपीएफ में निवेश :
जो भी लोग सेल्फ इंप्लॉयड हैं यानी कि उनका अपना खुद का बिज़नेस है ऐसे सभी लोग पीपीएफ में निवेश कर सकते हैं! निवेश की अधिकतम सीमा PPF के अंतर्गत 1.5 लाख रुपये है! बात करें लोन की तो PPF Account पर लोन का लाभ भी आप योजना अवधि के दौरान 3 साल पूरे हो जाने के बाद प्राप्त कर सकते हैं !
कुल निवेश पर आपको सेक्शन 80C के अंतर्गत टैक्स में छूट/ डिडक्शन का लाभ भी आपके द्वारा उठाया जा सकता है! इस समय पीपीएफ पर 7.1 फीसदी का रिटर्न मिल रहा है! जो कि पूरी तरह से टैक्स फ्री है! यही कारण है कि पीपीएफ के अंतर्गत आपका नेट रिटर्न बढ़ जाता है!
लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट पर मिलता है मोटा रिटर्न :
बात करें अगर फाइनेंशियल एक्सपर्ट्स की तो एक्सपर्ट्स द्वारा अक्सर ये सलाह होती है! कि दोनों में निवेश लिमिटेड होना चाहिए! रिटर्न के लिहाज से दोनों काफी शानदार स्कीम है! हालांकि यह लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट है! इन दोनों ही स्कीमों की खासियत यह है! कि यहाँ पर शॉर्ट टर्म में इन इन्वेस्टमेंट प्लान का इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है!
इन दोनों में लॉन्ग टर्म के अंतर्गत थोड़ा-थोड़ा निवेश करके निवेशक मोटा मुनाफा कमा सकते हैं! लम्बी अवधि के लिए किये गए निवेश पर आपको यहाँ पर अच्छा फायदा देखने को मिलता है!
FAQs About PPF & EPF Investment :
प्रश्न 1. PPF पर ब्याज दर कितनी है ?
उत्तर. PPF पर ब्याज दर 7.1 % की है जो कि वर्तमान में सभी PPF Account होल्डर्स को दी जाती है!
प्रश्न 2. EPF पर ब्याज दर कितनी है ?
उत्तर. वर्तमान में EPF पर ब्याज 8.5% की दर से दिया जाता है!
प्रश्न 3. EPF इन्वेस्टमेंट की अधिक जानकारी कैसे प्राप्त की जा सकती है ?
उत्तर. कर्मचारी भविष्यनिधि की आधिकारिक वेबसाईट- https://www.epfindia.gov.in/ पर जाकर! EPF इन्वेस्टमेंट के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त की जा सकती है !