Bank Account Income Tax Rules :
दोस्तों जैसा कि आप सभी जानते ही हैं कि आयकर विभाग यानी कि Income Tax Department ! बैंक में पैसे रखने से लेकर बैंक में पैसा जमा करने इसके अलावा बैंक से पैसा निकालने ! और आपके बैंक खाते में देश या विदेश से ट्रांसफ़र किये गए पैसे को लेकर काफी ज्यादा सख्त और एक्टिव होता जा रहा है ! यही कारण है कि आयकर विभाग को आयकर चोरी करने वालों के खिलाफ छापेमारी करनी पड़ती है ! जिससे कि ब्लैक मनी और करचोरी की रकम को बरामद किया जा सके !
देश के वे लोग जो कि हवाला इसके अलावा फॉरेन कंट्रीज से अवैध ट्रानजेकशन करते हैं ! और जो लोग ब्लैक मनी के व्यवसाय में लगे हुए हैं ! उनकी अवैध संपत्तियों और पूंजी को जब्त किया जा सके ! सरकार और आयकर विभाग लगातार इसके लिए प्रायसरत है ! कि देश के अन्दर कोई भी आयकर की चोरी न करने पाए ! जिससे की जनता के टैक्स का पैसा जनता के हितों में ही खर्च हो सके न की अवैध संपत्तियों को अर्जित करने में !
कई ऐसे सवाल हैं जिन्हें लोग जानना चाहते हैं जैसे की अधिकतम कितने सेविंग बैंक अकाउंट एक व्यक्ति द्वारा रखे जा सकते हैं ! इसके अलावा सेविंग अकाउंट में कितने अमाउंट की धनराशि रखी जा सकती है ! जिससे कि income tax department की तरफ से कभी आपको कोई नोटिस न आये !
अपने आज के इस लेख के माध्यम से हम आपको यही जानकारी देने जा रहे हैं जिसको कि अगर आप ! ध्यान में रखेंगे तो कभी भी आपके पास इनकम टैक्स की तरफ से कोई नोटिस नहीं आएगा ! लेख को पूरा पढ़ें जिससे कि आपको सही और पूरी जानकारी मिल सके !
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Income Tax Notice मिलने के प्रमुख कारण :
अगर आप एक आयकर दाता हैं और आप अपना इनकम टैक्स बराबर फाइल करते हैं तो ! आपको इन बातों का विशेष ध्यान ! रखने की आवश्यकता है जिससे कि आपको आयकर विभाग की तरफ से कोई नोटिस न प्राप्त हो ! इसके अलावा अगर आप अगर आप आयकर रिटर्न दाखिल करने की श्रेणी में नहीं आते हैं तब भी आपको ! यहाँ बतायी जा रही बातों पर विशेष ध्यान रखने की आवश्यकता है ! जिससे कि भविष्य में आपको आयकर विभाग के नोटिस को लेकर कभी किसी समस्या का सामना न करना पड़े ! क्योंकी आयकर विभाग न सिर्फ आपके ITR पर बल्कि आपके बैंक अकाउंट और ट्रानजेकशन पर पूरी नजर रखता है !
आयकर विभाग द्वारा नोटिस दिए जाने के प्रमुख कारण :
- आयकर रिटर्न दाखिल न करना या देर से दाखिल करने पर आपको आयकर विभाग द्वारा नोटिस जारी किया ! जा सकता है जिसमें आपको देर से रिटर्न फ़ाइल करने का कारण भी स्पस्ट करना पड़ सकता है !
- यदि आयकर रिटर्न फाइल करने में कोई विसंगति अथवा त्रुटी पाई जाती है तब भी आपको आयकर विभाग द्वारा! नोटिस जारी करके आपके उस विसंगति के सम्बन्ध में जवाब माँगा जा सकता है !
- बड़ी राशि के लेन-देन की सुचना अथवा रिपोर्ट अगर आपके द्वारा आयकर विभाग को नहीं की जाती है तो ! ऐसे केस में इनकम टैक्स डिपार्टमेंट द्वारा यक़ीनन आपको नोटिस मिलना तय माना जाता है !
- टीडीएस राशि में अगर आयकर विभाग को कहीं कोई गड़बड़ी मिलती है तो वह आपके द्वारा भरे गए इनकम टैक्स पर नोटिस जारी करके आपसे उस गड़बड़ी का कारण पूछ सकता है !
- परिवार के सदस्यों के नाम से निवेश करना अगर आपका शौक है इसके अलावा अगर!आप पारिवारिक सदस्यों के नाम पर घर जमीन फ्लैट खरीदते हैं और! इसकी जानकारी अगर आप इनकम टैक्स विभाग को नहीं देते हैं तो ऐसे!केस में आपको जानकारी छिपाने के लिए नोटिस मिल सकता है!जिसमें आप पर जुर्माने के साथ साथ कार्यवाही भी हो सकती है!
- रिटर्न की अचानक जांच के दौरान अगर आयकर विभाग को आपकी आय और आपके द्वारा ! फाइल किये गए ITR में कहीं कोई गड़बड़ी मिलती है तो आपके खिलाफ ! दंडात्मक कार्यवाही की पूरी आशंका रहती है !
- अगर आपके द्वारा सेल्फ असेसमेंट टैक्स का भुगतान नहीं किया जाता है तब ! भी इनकम टैक्स डिपार्टमेंट द्वारा आपको नोटिस जारी की जा सकती है !
आयकर विभाग के कुछ प्रमुख नियम :
जो लोग इनकम टैक्स फाइल नहीं करते हैं उनको लेकर आयकर विभाग काफी सख्त रुख इख्तियार कर रहा है ! जिससे कि जो लोग ITR फाइल नहीं करते हैं उनके लिए अब समस्या ! खड़ी हो सकती है और उनको काफी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है ! इसके लिए आयकर विभाग द्वारा कुछ नियम नियम बनाए गए हैं साथ ही साथ !कुछ नियमों में सख्ती अपनाई जा रही है !
- अगर आपकी कमाई 2.5 लाख रूपये से अधिक है तो आपको आयकर रिटर्न दाखिल करना जरुरी है !
- वरिष्ठ नागरिकों के लिए आयकर रिटर्न दाखिल करने की सीमा 3 लाख रूपये निर्धारित की गयी है !
- 80 वर्ष की उम्र के बाद इनकम टैक्स की सीमा को आयकर विभाग द्वारा बढ़ा कर 5 लाख कर दिया गया है !
- वित्तीय वर्ष 2021 के दौरान आयकर विभाग ने आयकर अधिनियम में सेक्शन 206 AB को जोड़ दिया है ! जिससे कि अब जो भी लोग आयकर फाइल नहीं करते हैं उनको दुगना TDS चुकाना होगा !
- अब जो भी लोग इनकम टैक्स फाइल नहीं करते हैं उन पर टैक्स कलेक्शन ऐट सोर्स यानी कि TCS भी ज्यादा लगाया जाएगा !
- व्यवसायी और कारोबारी जिनका टर्न ओवर 50 करोड़ रूपये से अधिक है उन सभी कारोबारियों के लिए e- invoice अनिवार्य हो जाएगा !
- 2.5 लाख से अधिक के पी.एफ योगदान पर भी अब आपको आयकर चुकाना होगा ! यानी की 2.5 लाख से अधिक PF डिपोजिट पर जो ब्याज आप अर्जित करेंगे उस पर आपको बजाय चुकाना होगा !
- 75 वर्ष से ज्यादा उम्र के सीनियर सिटीजन जिनके पास आय का श्रोत केवल पेंशन और ब्याज है उन लोगों! को 1 अप्रैल 2021 से इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करने की आवश्यकता नहीं होगी !
Saving Account’s Limit For Person :
वर्तमान में सभी लोगों के बैंक खाते आधार कार्ड और पैन कार्ड से जुड़ चुके हैं जिससे की ! अगर कोई भी व्यक्ति किसी वित्तीय वर्ष के दौरान एक बार में अथवा कई बार में 10 लाख से अधिक की निकासी अथवा जमा करता है तो ! पूरी संभावना रहती है कि 10 लाख से ऊपर के लिए किये गए जमा और निकासी के सम्बन्ध में उसे ! आयकर विभाग का नोटिस मिल जाए ! जिसके बाद उसको अपना सोर्स ऑफ़ इनकम और वो पैसे कहाँ लगाए गए इसकी जानकारी देनी पड़ती है ! इसके अलावा उसे अपनी कुल आप पर दिया गया इनकम टैक्स भी शो करना पड़ता है !
काफी सारे लोगों के मन में यह प्रश्न बार बार आता है कि वे कितने बचत बैंक खाते विभिन्न बैंकों के माध्यम से रख सकते हैं ! जिससे कि आयकर विभाग का नोटिस उन्हें न आये ! तो हम आपको बता दें कि आयकर विभाग के द्वारा एक व्यक्ति कितने बचत बैंक खाते रख सकता है ! इसकी कोई सीमा तय नहीं की गयी है ! न ही कोई ऐसी गाइडलाइन आयकर विभाग के द्वारा जारी की गयी है !
वास्तविकता में आयकर विभाग का आपके बचत बैंक खातों से कोई लेना देना नहीं है ! आप जितने मर्जी उतने बचत बैंक खाते विभिन्न बैंकों में रख सकते हैं ! और उन खातों को संचालित भी कर सकते हैं ! आयकर विभाग की मुख्य नजर आपके द्वारा विभिन्न बैंकों के माध्यम से किये जाने वाले ट्रानजेकशन पर होती है ! इसके अलावा आयकर विभाग आपके बैंक खातों में देश विदेश से ट्रांसफ़र की गयी धनराशि पार भी पूरी नजर रखता है !
Account Transaction Limit For Person :
किसी भी व्यक्ति को सेविंग अकाउंट और करंट अकाउंट ट्रानजेकशन को लेकर in बातों का ध्यान जरुर देना चाहिए अगर वह ऐसा नहीं करता तो ऐसे में उसको आयकर विभाग के नोटिस का जवाब देना पड़ सकता है ! साथ ही अगर कोई बड़ी धनराशि का अमाउंट देश अथवा विदेश से आपके बैंक अकाउंट में ट्रांसफ़र किया गया है ! तो ऐसे में आपको इनकम टैक्स को नोटिस देकर इसकी जानकारी देनी चाहिए !
ऐसा न करने पर भी इनकम टैक्स विभाग नोटिस जारी कर सकता है जिसका जवाब आपको देना !पड़ेगा जिसमें आपको वह धनराशि आपकी है यह प्रूफ करना पड़ेगा क्योंकी इस राशि को आपकी !इनकम यानी कि आय के तौर पर देखा जाता है ! जिस पर आपको टैक्स भी चुकाना पड़ता है !
- अगर आपका बचत बैंक खाता है तो आपको एक बार में 2 लाख या इससे अधिक! के जमा करने अथवा निकासी करने के लिए इनकम टैक्स विभाग को नोटिस का जवाब देना पड़ सकता है !
- अगर आपका करंट बैंक अकाउंट है तो आपको एक वित्तीय वर्ष के दौरान 50 लाख से अधिक के लेनदेन का जवाब भी आयकर विभाग को देना पड़ सकता है !
- करंट अकाउंट के लिए रिज़र्व बैंक द्वारा एक वित्तीय वर्ष के दौरान जमा करने और !निकासी करने की सीमा 50 लाख निर्धारित की गयी है !
- ऐसे लोग जो कि एक वित्तीय वर्ष के दौरान 10 लाख से अधिक का जमा अथवा निकासी अपने बचत बैंक खाते! से करते हैं उन लोगों को अपने निकासी और जमा पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है ! क्योकि इन लोगों को आयकर विभाग द्वारा लेनदेन करने और जमा अथवा निकासी के सम्बन्ध में नोटिस दिया जा सकता है !
CBDT issues Circular No. 20 of 2021 dated 25th November, 2021 laying down guidelines for Section(s) 194-O, 194-Q & 206C of the Income-tax Act, 1961, to remove difficulties faced by taxpayers & to ease compliance.
— Income Tax India (@IncomeTaxIndia) November 25, 2021
Circular is available on:https://t.co/M6VlEWBCl2 pic.twitter.com/Cx4ZXyd8fX
आयकर नोटिस से बचने के लिए सेविंग बैंक अकाउंट के नियम :
Rules For Saving Bank Account : अगर आपका किसी एक बैंक अथवा अन्य बैंकों में बचत बैंक खाता है तो आपको ! इन बातों का विशेष ध्यान देना चाहिए ! ताकी आपको आयकर विभाग की तरफ से कोई नोटिस न मिले ! इसके लिए आपको प्रति वर्ष अपने द्वारा किये जाने वाले ट्रानजेकशन पर ध्यान देने की जरुरत है ! क्योंकी इनकम टैक्स विभाग की पूरी नजर आपके पैन कार्ड और आपके आधार कार्ड के माध्यम से होने किये जाने वाले ट्रानजेकशन पर होती है !
- प्रत्येक वित्तीय वर्ष में 10 लाख से अधिक का जमा और निकासी अगर आप सेविंग बैंक अकाउंट के माध्यम से ! करते हैं तो इसकी पूरी संभावना रहती है कि आपको आयकर विभाग का नोटिस मिल जाए !
- एक बार में 2 लाख या इससे अधिक की निकासी करने पर ! पैन नंबर और आधार नंबर के माध्यम से आयकर विभाग को इसकी सूचना मिल जाती है ! जिससे कि आपसे पूछ ताछ अथवा आपको नोटिस जारी की जा सकती है ! जिसका जवाब आपको देना पड़ता है !
- यहाँ इस बात का ध्यान दें कि अगर आप 50 हजार अथवा इससे अधिक का कैश अमाउंट सेविंग अकाउंट !में जमा करते हैं तब भी आपको अपना पैन कार्ड नंबर देना अनिवार्य हो जाता है !
नोट ध्यान दें – रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया के मुताबिक़ अगर आपका करंट अकाउंट है तो ऐसे में ! करंट अकाउंट से एक वित्तीय वर्ष के दौरान 50 लाख से अधिक का जमा अथवा निकासी ! नहीं की जा सकती है जो लोग ऐसा करते हैं आयकर विभाग द्वारा! उनसे पूछ ताछ की जा सकती है ! करंट बैंक अकाउंट जो कि मुख्यतः व्यापारी और व्यवसायी वर्ग का होता है उनके लिए यह काफी ध्यान देने वाली बात है !
Bank Account & Transaction Limit FAQs :
प्रश्न 1. आयकर विभाग के अनुसार एक व्यक्ति कितने सेविंग बैंक अकाउंट रख सकता है ?
उत्तर. आयकर विभाग के अनुसार एक व्यक्ति कितने ही बैंक अकाउंट रख सकता है इसकी कोई सीमा निर्धारित अथवा तय नहीं की गयी है !
प्रश्न 2. आयकर विभाग और बैंक के नियमों के मुताबिक़ एक व्यक्ति अपने बैंक अकाउंट में अधिकतम कितना पैसा रख सकता है ?
उत्तर. आयकर विभाग के अनुसार कोई भी व्यक्ति अपने बैंक खाते में कितना भी पैसा रख सकता है ! इसकी कोई लिमिट नहीं है ! बशर्ते उसे पैसों का श्रोत मांगे जाने पर बताना पड़ेगा !
प्रश्न 3. एक व्यक्ति अपने घर के अन्दर कितना रुपया रख सकता है ?
उत्तर. कोई व्यक्ति घर में कितना ही रुपया जमा कर के रख सकता है ! सिर्फ उसे आयकर विभाग द्वारा मांगे जाने पर पैसों का श्रोत बताना जरुरी हो जाता है अगर वह ऐसा नहीं कर पाता तो उस पर 137% की पैनेल्टी आयकर विभाग द्वारा लगायी जाती है !
प्रश्न 4. बैंक में कितने रूपये जमा करने पर आपको पैन नंबर देना जरुरी है ?
उत्तर. बचत बैंक खाते में 50000 रूपये से अधिक का जमा अगर आप कैश के रूप में करते हैं ! तो आपको अपना पैन नंबर देना पड़ता है ! अगर कैश में आप पचास हजार अथवा उससे अधिक का पे-आर्डर या डिमांड ड्राफ्ट भी बनवा रहे हैं! तो आपको उस पर भी अपने नंबर का विवरण देना पड़ेगा !
Bank Account & Transaction Limit FAQs :
प्रश्न 5. अगर आप अपने एक बैंक अकाउंट से अपने दूसरे बैंक अकाउंट में कोई पैसा ट्रांसफ़र करते हैं तो क्या उस पैसे को आपकी इनकम यानी की आय के रूप में देखा जाएगा ?
उत्तर. नहीं क्योंकी आपके बैंक अकाउंट आपके आधार और पैन कार्ड से लिंक होते हैं ! इसलिए अगर आप अपने एक बैंक अकाउंट से अपने दूसरे बैंक अकाउंट में कोई पैसा ट्रांसफ़र करते हैं तो इस ! पैसे को आपकी आय के तौर पर नहीं देखा जाता है !
प्रश्न 6. आयकर विभाग को अगर आपके द्वारा एक वर्ष में 10 लाख से अधिक का जमा और निकासी की जाती है! अथवा एक बार में 2 लाख से अधिक की निकासी की जाती है तो इसकी सूचना कैसे प्राप्त होती है ?
उत्तर. वर्तमान समय में सभी बैंक अकाउंट आधार कार्ड और पैन कार्ड से लिंक हैं ! इसलिए अगर आप एक बार में अधिक पैसे जमा अथवा निकालते हैं तो आयकर विभाग को इसकी सूचना स्वतः प्राप्त हो जाती है ! अगर पैन कार्ड को आपके द्वारा बैंक अकाउंट से लिंक नहीं कराया गया है और आपके द्वारा ! अधिक अमाउंट का जमा और निकासी की गयी है तब आपके बैंक द्वारा ! इसकी सूचना आयकर विभाग को दे दी जाती है !
प्रश्न 7. क्या 50 हजार से ज्यादा की ज्वैलरी की ख़रीद पर आपको पैन नंबर देना अनिवार्य है ?
उत्तर. जी हाँ अगर आप 50 हजार से ज्यादा की ज्वैलरी की खरीद एक बार में करते हैं तो आपको इसका विवरण देना अनिवार्य है !
प्रश्न 8. क्या UPI के माध्यम से अकाउंट बैलेंस चेक करने की सूचना आयकर विभाग होती है ?
उत्तर. हाँ UPI के माध्यम से अगर आप अपना अकाउंट बैलेंस चेक करते हैं तो इसकी जानकारी भी आपके बैंक और आयकर विभाग तक पहुँचती है क्योंकी वर्तमान में सभी बैंक आधार और पैन कार्ड से लिंक्ड हैं !