आयुष्मान कार्ड कैसे बनाये सबसे आसान तरीका

Ayushman kard kaese bnaye sabase aasan tarika

हैल्लो दोस्त मै पिंकी कश्यप आज आप को बतायेगे की आयुष्मान कार्ड कैसे बनाये जान लोसबसे आसान तरीका

इस योजना के तहत आप बहुत लाभ मिलेगा इसे पूरा पढ़ ले इसमें आप को पूरी जान दी जाएगी

आयुष्मान भारत योजना को प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (PM-JAY) भी कहा जाता है.

और यह वास्तव में देश के गरीब लोगों के लिए हेल्थ इंश्योरेंस स्कीम है.

और साथ साथ मै लोगों को सालाना 5 लाख रुपये का स्वास्थ्य बीमा उपलब्ध करा रही है

सरकार काफी गरीबो की सहायता कर रही है

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कैसे बना सकते है आयुष्मान कार्ड देखे 

अधिक जान के लिए इस वेबसाइट जाकर आपना चेक कर सकते है https://mera.pmjay.gov.in/search/login

आप सबसे पहले आप किसी नजदीक csc सेंटर जा कर आपना नाम पता कर लो की आप नाम सूची मै है

नही आप वंहा जाकर बनवा सकते है कार्ड और साथ साथ ही आप को कार्ड की कीमत सिर्फ 30 रुपये ही देना होना

राष्ट्रीय स्तर पर आयुष्मान भारत योजना (ABY) को राष्ट्रीय स्वास्थ्य सुरक्षा मिशन देख रही है.

राज्य स्तर पर PM-JAYकी जिम्मेदारी प्रदेश स्वास्थ्य सुरक्षा एजेंसी के पास है.

जान लो कौन कौन बीमारी का इलाज हो सकता है 

इस योजना मै काफी बीमारी के इलाज होते है किसी बीमारी की स्थिति में अस्पताल में एडमिट होने से पहले और

बाद के खर्च भी कवर किये जा रहे हैं. PM-JAYमें ट्रांसपोर्ट पर होने वाला खर्च भी शामिल है.

किसी बीमारी की स्थिति में सभी मेडिकल जांच/ऑपरेशन/इलाज आदि PM-JAYके तहत कवर होते हैं.

जो चीज स्वास्थ्य बीमा के दायरे से बाहर हैं, उनकी लिस्ट बहुत छोटी है.

, नवजात और बच्चों के स्वास्थ्य, किशोर स्वास्थ्य सुविधा, कॉन्ट्रासेप्टिव सुविधा और संक्रामक, गैर संक्रामक

रोगों के प्रबंधन की सुविधा, आंख, नाक, कान और गले से संबंधित बीमारी के इलाज के लिए अलग से यूनिट होगी।

बुजुर्गों का इलाज भी करवाया जा सकेगा।

कैसे मिलेगा इसका लाभ पूरी जानकारी 

इस योजना मै आप बहुत ही लाभ मिलेगा मरीज को अस्पताल में भर्ती होने के बाद अपने बीमा दस्तावेज देने होंगे।

इसके आधार पर अस्पताल इलाज के खर्च के बारे में बीमा कंपनी को सूचित कर देगा

और बीमित व्यक्ति के दस्तावेजों की पुष्टि होते ही इलाज बिना पैसे दिए हो सकेगा।

इस योजना के तहत बीमित व्यक्ति सिर्फ सरकारी ही नहीं बल्कि निजी अस्पतालों में भी अपना इलाज करवा सकेगा।

निजी अस्पतालों को जोड़ने का काम शुरू हो चुका है। इसका यह लाभ भी मिलेगा

कि सरकारी अस्पतालों में अब भीड़ कम होगी।

सरकार इस योजना के तहत देशभर में डेढ़ लाख से ज्यादा हेल्थ और वेलनेस सेंटर खोलेगी

जोकि आवश्यक दवाएं और जांच सेवाएं निःशुल्क मुहैया जाएंगे।