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भारत में संक्रमण के 562 मामले
भारत में कोरोना से संक्रमण के मामलों की संख्या है. इनमें 191 भारतीय और 32 विदेशी नागरिक हैं. कोरोना ने अब तक 170 देशों को अपनी चपेट में ले लिया है. केरल में 26 लोगों में कोरोना के लक्षण पाए गए हैं. हालांकि, इनमें से 3 लोगों का इलाज हो चुका है.
सार्क देशों के प्रमुखों से पीएम मोदी ने की चर्चा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार शाम 5 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कोरोना वायरस पर सार्क देशों के प्रमुखों से चर्चा की. इस चर्चा में अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी, मालदीव के राष्ट्रपति इब्राहिम सोली, श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटबया राजपक्ष, बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना, भूटान के प्रधानमंत्री और नेपाल के प्रधानमंत्री केपी ओली शामिल हुए.
पाकिस्तान के स्वास्थ्य मंत्री इस चर्चा में शामिल हुए. सभी प्रमुखों ने मिलकर कोरोना का मुकाबले करने पर सहमति जताई. इटली में 27,980 लोग जानलेवा वायरस कोरोना की चपेट में आ चुके हैं.
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कहा पर कितनी हुई मौते
कोरोना से दुनिया भर में अब तक 10,254 लोगों की मौत हो चुकी हैं.
ईरान में अब तक कोरोना से 853 और दक्षिण कोरिया में 81 लोगों की मौत हो चुकी है
सिर्फ इटली में ही अब तक कोरोना से 2,158 लोगों की मौत हो गयी है.
चीन में अब तक कोरोना से प्रभावित लोगों की संख्या 80,824 हो गयी है.
चीन में अब तक कोरोना से मरने वाले लोगों की संख्या करीब 3200 हो गयी है.
दुनिया भर में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 2,50,650 के पार चली गयी है.
कोरोना को काबू में करना बड़ी चुनौती
स्वास्थ्य अधिकारियों के लिए इसे फैलने से रोकना एक बड़ी चुनौती बन गई है. हालांकि, चीन इसे रोकने के लिए हर मुमकिन कोशिश कर रहा है. वहां नए मामलों की संख्या घटी है. यह 170 देशों में फैल चुका है.
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विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी WHO ने इसे महामारी घोषित किया है. WHO की तरफ से एक एडवाइडरी भी जारी की गई है, जिसमें बीमारी के लक्षण पहचानने और उसकी रोकथाम के उपायों के बारे में जानकारी दी गई है.
पूरे भारत में लॉकडाउन व कर्फ्यू लागू
भारत में कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए देश में संपूर्ण लॉकडाउन का ऐलान किया गया है.
लॉकडाउन के तहत आवश्यक सामानों की आपूर्ति जारी रहेगी. वहीं कोरोना वायरस के खतरे को
देखते हुए ट्रेन और फ्लाइट्स सेवाएं सस्पेंड कर दी गई है.
170 देशों में पहुंचा यह वायरस
चीन से बाहर 195 देशों में कोरोना वायरस के मामलों की पुष्टि हुई है. इन देशों में थाईलैंड, ईरान, इटली, जापान, सिंगापुर, दक्षिण कोरिया, ऑस्ट्रेलिया, मलेशिया, अमेरिका, फ्रांस, जर्मनी और संयुक्त अरब अमीरात शामिल हैं. आइए जानते हैं कि इस वायरस के लक्षण और बचाव के तरीके क्या हैं.
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क्या है कोरोना वायरस?
कोरोना वायरस का संबंध वायरस के ऐसे परिवार से है, जिसके संक्रमण से जुकाम से लेकर सांस लेने में तकलीफ जैसी समस्या हो सकती है. इस वायरस को पहले कभी नहीं देखा गया है. इस वायरस का संक्रमण दिसंबर में चीन के वुहान में शुरू हुआ था. डब्लूएचओ के मुताबिक, बुखार, खांसी, सांस लेने में तकलीफ इसके लक्षण हैं. अब तक इस वायरस को फैलने से रोकने वाला कोई टीका नहीं बना है.
क्या होता है और यह किस तरह काम करता है?
एक ऐसा डिवाइस होता है जो शरीर के तापमान को दर्ज कर एक थर्मल इमेज तैयार करता है.
यदि किसी व्यक्ति के शरीर का तामपान सामान्य से अधिक होता है तो यह वीप की आवाज के
माध्यम से बता भी देता है. इससे अधिकारियों को यह पता लग जाता है कि यह व्यक्ति कोरोना
वायरस या ऐसी ही किसी अन्य बीमारी से संक्रमित है
भारतीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने मुंबई, दिल्ली, कोलकाता, अहमदाबाद, मंगलौर, और जयपुर,
समेत देशभर के 20 हवाई अड्डों पर आधुनिक थर्मल स्कैनर लगाए हैं. देश भर के विभिन्न
हवाई अड्डों पर लगाए गए थर्मल स्कैनर्स के जरिए अभी तक करीब 45 हजार लोगों की
जांच की जा चुकी है.
थर्मल स्कैनर क्या होता (What Is Thermal Scanner)?
थर्मल स्कैनर, इन्फ्रारेड थर्मोग्राफी के माध्यम से कार्य करता है. इन्फ्रारेड थर्मोग्राफी एक
डिजिटल छवि प्रदान करती है जो तापमान पैटर्न को दिखाती है. यह सिस्टम 40°C से 500°C
तक के तापमान को माप सकता है.
व्यक्ति के शरीर का तामपान बदलने के साथ साथ थर्मल इमेज का रंग भी बदलता जाता है.
कुछ डिवाइस में रंगों के पैटर्न के अलावा बाकायदा शरीर का तापमान भी लिखा हुआ आता है.
इतना ही नहीं किसी व्यक्ति के शरीर का तापमान सामान्य से अधिक होने पर यह स्कैनर बीप
के माध्यम से सिग्नल भी देते हैं.
थर्मल स्कैनर कैसे काम करता है(How Thermal Scanner Works)?
थर्मल स्कैनर को मुख्य रूप से एअरपोर्ट जैसी भीड़ वाली जगहों पर लगाया जाता है
जब कोई व्यक्ति इस स्कैनर के सामने से गुजरता है तो व्यक्ति के शरीर में मौजूद विषाणु,
इंफ्रारेड तस्वीरों में दिखाई पड़ते हैं. जिन व्यक्तियों के शरीर में विषाणुओं की संख्या
अधिक या खतरनाक स्तर पर पहुँच जाती है उनके शरीर का तापमान बढ़ जाता है
ऐसे लोगों को भीड़ से अलग करके उनकी जांच की जाती है.
किन किन बीमारियों को डिटेक्ट करता है थर्मल स्कैनर?
यह माना जाता है कि इन्फ्रारेड कैमरों का उपयोग संभवतः बुखार, सार्स के लक्षण और
एवियन इन्फ्लूएंजा जैसे विषयों का पता लगाने के लिए किया जा सकता है. यहाँ पर यह
बात ध्यान देने वाली है कि थर्मल इमेजर त्वचा के तापमान को मापता है न कि शरीर के
अंदर के तापमान को. हालांकि, इंफ्रारेड सिस्टम की सटीकता; मानव, पर्यावरण और
उपकरण की क्वालिटी से भी प्रभावित हो सकती है.
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इस प्रकार स्पष्ट है कि थर्मल स्कैनर की मदद से कोविड 19 से प्रभावित लोगों की पहचान
करना एक सस्ता, तेज और विश्वसनीय कदम है. उम्मीद है कि जल्दी ही इस महामारी का
टीका खोज लिया जायेगा.
उम्मीद है कि इस लेख को पढने के बाद आप समझ गये होंगे कि थर्मल स्कैनर क्या होता है
और इसकी मदद से कैसे कोविड 19 और अन्य ऐसी ही रोगों से पीड़ित व्यक्तियों की
पहचान की जाती है?
क्या हैं इस बीमारी के लक्षण?
इसके लक्षण फ्लू से मिलते-जुलते हैं.
संक्रमण के फलस्वरूप बुखार, जुकाम, सांस लेने में तकलीफ,
नाक बहना और गले में खराश जैसी समस्या उत्पन्न होती हैं.
यह वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है.
इसलिए इसे लेकर बहुत सावधानी बरती जा रही है.
कुछ मामलों में कोरोना वायरस घातक भी हो सकता है.
खास तौर पर अधिक उम्र के लोग और जिन्हें पहले से अस्थमा, डायबिटीज़ और हार्ट की बीमारी है.
क्या हैं इससे बचाव के उपाय?
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना वायरस से बचने के लिए दिशानिर्देश जारी किए हैं. इनके मुताबिक, हाथों को साबुन से धोना चाहिए. अल्कोहल आधारित हैंड रब का इस्तेमाल भी किया जा सकता है. खांसते और छीकते समय नाक और मुंह रूमाल या टिश्यू पेपर से ढककर रखें. जिन व्यक्तियों में कोल्ड और फ्लू के लक्षण हों उनसे दूरी बनाकर रखें
अंडे और मांस के सेवन से बचें. जंगली जानवरों के संपर्क में आने से बचें.
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के सात स्टेप्स
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने सात आसान स्टेप्स बताए हैं, जिनकी मदद से कोरोना वायरस को फैलने से रोका जा सकता है और खुद भी इसके इंफेक्शन से बचा जा सकता है.
भारत सरकार ने भी जारी की एडवाइज़री
भारत सरकार ने भी कोरोना वायरस के लक्षण मिलने पर तत्काल स्वास्थ्य केंद्र पर सूचना देने को कहा है. स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से 24 घंटे चलने वाला कंट्रोल रूम तैयार किया गया है. है.
चीन और इटली में सबसे ज्यादा असर
चीन में इस वायरस का बहुत ज्यादा असर पड़ा है. सबसे ज्यादा असर चीन की अर्थव्यवस्था पर पड़ा है. पहले ही चीन की अर्थव्यवस्था सुस्ती के दौर में है. लगभग 18 साल पहले सार्स वायरस से भी ऐसा ही खतरा बना था. साल 2002-03 में सार्स की वजह से पूरी दुनिया में 700 से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी.
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इनसान के बाल से 900 गुना छोटा है कोरोना
क्या आप जानते हैं कि कोरोना वायरस यानी कि Coronavirus disease (COVID-19) बहुत सूक्ष्म लेकिन प्रभावी वायरस है. कोरोना वायरस मानव के बाल की तुलना में 900 गुना छोटा है. आकार में इस छोटे वायरस ने पूरी दुनिया को डरा दिया है. इसका खौफ आज दुनियाभर में दिख रहा है.
चीन के वुहान से शुरू हुआ कोरोना वायरस (Coronavirus disease – COVID-19) अब तक 170 से ज्यादा देशों में पहुंच गया है. इसके संक्रमण से मरने वाले लोगों की संख्या 11,401 हो गई है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूएचओ) ने इसे महामारी घोषित कर दिया है.
पीएम मोदी की बांग्लादेश यात्रा रद्द
भारत के पड़ोसी देश बांग्लादेश ने भी शेख मुजीब उर रहमान की जयंती का शताब्दी समारोह रद्द कर दिया है. भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस समारोह के मुख्य वक्ता थे और ऐसे में उनका बांग्लादेश दौरा रद हो गया है.
कोरोना वायरस से कैसे बचें?
ऐसे में एहतियाती कदम ही सबसे बड़ा बचाव साबित हो सकता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की एडवाइजरी के मुताबिक रोजमर्रा के जीवन में हम अगर हम छोटे-छोटे काम करते हैं, तो संक्रमण का खतरा काफी कम हो जाएगा।
1. नियमित तौर पर हाथ धोएं
दिन में कई बार नियमित तौर पर साबुन और पानी से हाथ को कम से कम 20 सेकेंड तक धोएं। बैक्टीरिया मारने वाला अच्छा सेनेटाइजर का भी उपयोग कर सकते हैं।
ऐसा करने से हाथों पर रहने वाले वायरस से छुटकारा मिल जाएगा।
2. उचित दूरी बनाकर रखें
अपने आसपास के लोगों के साथ कम से कम 3 फीट का फासला बनाए रखने की कोशिश करें।
खासतौर से उस व्यक्ति से जिसे खांसी या जुकाम हो।
जब कोई व्यक्ति खांसता है या छींकता है, तो हवा में वायरस फैल जाते हैं।
अगर आप ज्यादा करीब रहेंगे तो सांस के रास्ते ये वायरस आपके शरीर में जा सकता है।
3. नाक, मुंह और आंखों को बार-बार न छुएं
अक्सर हम अपनी नाक, मुंह और आंखों को बार-बार छूते रहते हैं। ऐसा न करें।
हथेलियां कई सतहों को छूती हैं। ऐसे में उस पर वायरस होते हैं। दूषित हथेली से वायरस नाक, मुंह या आंखों के जरिए शरीर में जा सकता है।
4. छींकते वक्त टिशू का इस्तेमाल करें
अपने आसपास सफाई का खासतौर से ख्याल रखें। ध्यान रहे कि छींकते या खांसते वक्त नाक और मुंह को टिशू से ढंक लें और तुरंत बाद इस टिशू को डस्टबीन में फेंक दें।
छींकने से निकलने वाले तरल पदार्थ में ढेरों वायरस होते हैं और ये तेजी से फैल सकते हैं।
5. बुखार, खांसी-जुकाम को हल्के में न लें
Coronavirus कब तक खत्म होगा | क्या गर्मियों में Coronavirus ख़त्म हो जायेगा ?
Coronavirus Update: नोवेल कोरोनावायरस (Novel Coronavirus) पर कंट्रोल करने के लिए विश्व
समुदाय प्रभावी समाधान खोजने में जुटा हुआ है. इसके साथ ही विभिन्न राजनेताओं, डॉक्टरों
और शोधकर्ताओं ने उम्मीद जताई है कि गर्मी आने के साथ वायरस के प्रभाव में कमी आएगी.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने इस महीने की शुरुआत में कहा था कि कोरोना
वायरस (Coronavirus) अप्रैल में खत्म हो जाएगा. उन्होंने इसके पीछ तर्क दिया कि गर्मी में इस तरह के वायरस मर जाते हैं.
भारत सरकार ने बनाय कंट्रोल रूम जारी किया हेल्पलाइन नंबर
फोन नंबर 011-23978046 के माध्यम से कंट्रोल रूम में संपर्क किया जा सकता है. इसके अलावा [email protected] पर मेलकर के भी कोरोना वायरस के लक्षणों या किसी भी तरह की आशंकाओं के बारे में जानकारी ली जा सकती
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